विवरण हिन्दी में :
जयतु सुरभारती
(संस्कृत-निबन्यों का संग्रह) प्रणेता- पद्मश्री डॉ० कपिलदेव द्विवेदी
पद्मश्री डॉ० कपिलदेव द्विवेदी के वैदिक और संस्कृत साहित्य से संबद्ध उच्च स्तरीय २८ संस्कृत-निबन्र्यों का संग्रह जयतु-सुरभारती में किया गया है । वैदिक एवं संस्कृत साहित्य के महत्त्वपूर्ण विषयों पर लिखे गए ये निवन्य आकाशवाणी से प्रसारित हुए हैं। या विभिन्न सम्मेलन में पढ़े गए हैं । ज्ञानवर्धन की दृष्टि से ये निवन्य अत्यन्त उपयोगी हैं। ये निवन्य संस्कृत साहित्य को भी समृद्धि प्रदान करते हैं।